Has Elon Musk Just Made Telepathy Possible: क्या इलॉन मस्क ने 2024 में टेलीपैथी को संभव कर दिया

Has Elon Musk just made telepathy possible : क्या इलॉन मस्क ने टेलीपैथी को संभव कर दिया: टलेपथी नाम की वायरलेस ब्रेन चिप को इंसान के दिमाग में सफलतापूर्वक इम्प्लांट करने में सफलता मिली है, यह हमारे अमेरिकी टेक अरबपति Elon Musk का दवा है,

यह सब पहले हमे एक असंभव सा लगता है पर अब हम इसके इतने करीब आ चुके है , चलए देखते है.

इन्हे BCI कहा जाता है, इसका फुल फॉर्म है Brain Computer interface , इनका मुख्या काम है दिमाग में होने वाली हलचल और गतिविधिओ को मापना और उन्हें डिजिटल कमांड्स में बदलना. 

यह तकनीक हर तरह के डिजिटल Devices के साथ हम उपभोक्ताओं के आज के अनुभव को बिलकुल बदल रख देनी की छमता रखती है. Elon Musk का कहना है की टेलीपैथी हमे फ़ोन या कंप्यूटर या उससे जुड़े किसी भी डिवाइस को केवल हमारे सोचने भर से चला पायेगी. 

कितनी दिलचस्प है ये तकनीक मगर इसमें एक समस्या भी है , इसके लिए हमे इस चिप को अपने ब्रेन में इम्प्लांट करवाना होगा , और उससे भी बड़ी बात यह ऑपरेशन एक रोबोट द्वारा किया जाता है, वो हमारे बालों से पतले 64 लचीले धागो से Brain के साथ जोड़ता है 

जाहिर है यह तकनीक बीमार और दिव्यांग लोगो के लिए काफी फायदेमंद हो सकती है, इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति मिर्गी का मरीज है तो यह BCI चिप अगला दौरा पड़ने से पहले ही पता लगा सकती है , जिसकी मदद से हम मरीज का पहले से ही इलाज कर सकते है 

Elon Musk  ने खुद Tweet  कर ऐसी कई सम्भवनाओ का जिक्र किया है , Muck ने कहा शुरुवात में ये ऐसे लोगो को ही मिलेगा जो अपना कोई अंग खो चुके है.


एक पल के लिए सोचिये की अगर मशहूर ब्रिटिश वैज्ञानिक Stephen Hawking अगर तेजी से संवाद कर पते तो दुनिया को और कितना कुछ सीखा पते,
यानि मेडिकल फील्ड में BCI बहुत से रस्ते खोल सकते है 

BCI तकनीक पहले आ गई होती तो Hawking आराम से सोचते और जो भी सोचते वो सब Automatic टाइप होकर सबके सामने आ जाता, खैर ऐसा नहीं की Neuralink  ने इस तकनीक का आविष्कार किया है, पहले भी ऐसी कम्पनिया रही है जिन्होंने इंसान पर सफल परीक्षण किया है जैसे की ऑट्रेलियाँ कंपनी SYNCHRON

Has Elon Musk just made telepathy possible : Musk के Neuralink की इतनी चर्चा क्यों है

Has Elon Musk just made telepathy possible : अब तक जतनी भी कंपनियों की हुए बात की उनमे से किसी ने भी BCI (Brain Computer interface) का आविष्कार नहीं किया है ,और इंसान के दिमाग में पहली बार एक चिप इम्पलानी 1998 में ही हो गया था. 

और Elon Musk के बारे में ख़ास यह है की वो टेक्नोलॉजी को जिस तरह से आगे बढ़ाने में लगे है , ऐसा जज्बा और इतना प्रभावशाली इंसान पहले कभी नहीं देखा , उन्होंने जानवरो पर टेस्टिंग करवाई वो भी सुर्खिया बना और खूब चर्चा हुई.

सन 2020 में उन्होंने दुनिया को एक सुवर से मिलवाया जिसके दिमाग के Neuralink चिप इम्प्लांट किया गया था ,और फिर 2021में पेजर नाम के बन्दर में यह चिप इम्प्लांट किया गया , यह बन्दर अपनी सोच से ही वीडियो गेम खेल सकता है .

इसके अलावा musk टेक्नोलॉजी को लेकर ऐसी ऐसी अजीब फ्यूचरिस्टिक करते है की उनपर फ़ौरन विस्वास नहीं होता, लेकिन कुछ साल बाद दुनिया उसे साकार होते देखते है , अब तो एशिया लगता है Musk ने हमारे दिमाग को हैक करने की ठान ली है .

और उनका मानना है की BCI केवल बीमारों को ही नहीं, बल्कि सब इंसानो को बेहतर बना सकती है.

लेकिन आप क्या Muck  के प्रोडक्ट को सच में अपने दिमाग में घुसने देंगे, थोड़ा ठन्डे दिमाग से सोचियेगा की कितना कुछ दाव पर लग सकता है अगर कोई आपके दिमाग को इसतरह पड़ सके .

किस बात के निकलने की आपको सबसे ज्यादा चिंता होगी।
आज का यहाँलेख आपको कैसे लाग अपना अनुभव हमारे साथ जरूर साझा करे धन्यवाद

Leave a comment